ओ डिसीजन चोखो है या माड़ो है ....मन्नै पतो कोनी
ओ डिसीजन चोखो है या माड़ो है ....मन्नै पतो कोनी
मास्टरजी कोई टाबर गै लात लाठी गी मारै जणा आ कोनी सोचै कै , इं लात लाठी गा दूरगामी परिणाम के हो सकै !!
जियां गंडक कोई गै दांत लगा देवै .....जणा तीस साल बाद भी वायरस एक्टिव हुगे हिड़को कर नाखै ....बियां ही मास्टर जी गी लात लाठी काम करै !!
मन्नै लागै गहलोत साहब नै कोई मास्टरीयै इस्कूल गी टेम में कुट्यो है .....और कुट्यो भी भोत न्हानो है , धोबी खेसलो कूटै ज्यूँ !!!
अबै गहलोत साहब बदळो लेवै .....
पैहली मास्टरां गी डयूटी लगाई कै - टाबरां गो टट्टी ल्यावो और जांच कराओ ....
अबै डयूटी लगाईं है कै - जिता आवारा पशु है , बांगी गिणती मास्टर करसी !!
ओ डिसीजन चोखो है या माड़ो है ....मन्नै पतो कोनी !
पण मास्टरजी स्युं निवेदन है कै , गिणती एकदम मन लगाकर सावधानी पूर्वक करें !
सरकार कन्नै एकदम एक्यूरेट डाटा जावै इं बात गो पूरो ध्यान राख्यो जावै !
किता गंडक है , किता सुल्डा है , सांड , झोटा गी संख्या किती है ....एकदम एक्यूरेसी गै सागै सरकार नै पेश करो !
हाँ , एक बात गो ध्यान राख्या -
सांड , सुल्डा गंडक की गिणती करो जणा स्वास्थ्य गो ध्यान राख्या !
क्यों कै , ऐ तीन्यो ही प्राणी स्वास्थ्य गै लिए हानिकारक हुवै !
थे गिणती खातर घरस्युं निकळोला और आथण घरे आवोला जणा -
कोई रीढ़ गी हाडी बांकी चुंकि करवागे आवैलो तो कोई झरती पिंडी लेगे आवैलो !
घरे लुगाई रोटी कोनी घालै ली और इस्पताळ में आजकाल डाक्टरां नै भी टेम कोनी है !
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